
वैसे क्रिध्वी तो वहां से चली गयी लेकिन समर्थ गुस्से में बेकाबू होते हुए बोला, "मैं ना इस लड़की का खून कर दूंगा अगर ये मुझे फिरसे मिली तो। ये मुझे समर्थ सिंह शेखावत को अपनी अकड़ दिखाकर गयी हैं।"
तभी समर्थ की नज़र उसके ड्राइवर पर पड़ी और वो उसपर आग उगलते हुए उस बेचारे से बोला, "तुम क्या देख रहे हो? फोन करके दूसरी गाड़ी मंगवाओ.. "

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