
क्रिया की बात सुनकर विध्वंस क्रिया के पास बैठा और उसने उन दोनों को अपनी गोद में लिया। क्रिया ने पहले उन दोनों को एक - एक निवाला खिलाया और फिर वो विध्वंस की तरफ एक निवाला बढ़ाते हुए उससे बोली, "मुंह खोलिए। मैं जानती हुं आपने भी कुछ नहीं खाया।"
विध्वंस ने चुपचाप से उसका मुंह खोला जिसके बाद क्रिया उन दोनों बच्चों के साथ साथ अब विध्वंस को भी खिलाने लगी। वही विध्वंस ने उन दोनों को पकड़ा हुआ था लेकिन साथ ही वो क्रिया को भी खिला रहा था।

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