
हॉस्पिटल में,
अभी सिया अग्नि की गोद में बैठी हुई थी, जो उसके बालों को अपनी उंगलियों से सहला रहा था। वही अर्जुन सिया की तरफ देखकर अपनी काफी चिंता भरी आवाज़ में उससे बोले, "सिया आपने कुछ भी नहीं खाया हैं बेटा। आप कुछ खाओगे? मैं कैंटीन से मंगा दु?"

हॉस्पिटल में,
अभी सिया अग्नि की गोद में बैठी हुई थी, जो उसके बालों को अपनी उंगलियों से सहला रहा था। वही अर्जुन सिया की तरफ देखकर अपनी काफी चिंता भरी आवाज़ में उससे बोले, "सिया आपने कुछ भी नहीं खाया हैं बेटा। आप कुछ खाओगे? मैं कैंटीन से मंगा दु?"
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