
अब मान की आंखें एकदम लाल हो चुकी थी और वो उसकी उन्ही लाल आंखों से जीवन को घूरते हुए बोला, "अभी मेरे पास खोने के लिए कुछ भी नहीं हैं। मेरी बच्ची जिसे मैं इस जल्लाद से बचाना चाहता था वो आज मुझसे दूर हैं लेकिन सेफ हैं। मुझे सिर्फ उसकी सलामती चाहिए और कुछ भी नहीं।"
मान की बात सुनकर आशी ने उसकी आंखें बंद की जिसके बाद उसकी आंखों से उसके आंसू बहने लगे और उसके मुंह से भी उसकी सिसकियां निकलने लगी।

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