
माणिक तो पहले से ही उसके गिल्ट में था लेकिन तभी नंदिनी ने उसे ऐसा कुछ बताया, जिसे सुनकर वो पूरी तरह से अलर्ट भी हुआ और काफी ज्यादा परेशान भी हुआ।
नंदिनी माणिक की तरफ देखकर उससे बोली, "डैडा हमेशा से मेरा पेट बहुत ज्यादा दुखता हैं और मम्मा भी कभी मुझे चुप कराने नहीं आयी जब भी मैं रोती थी। मुझे अकेले सोने में बहुत ज्यादा डर लगता था लेकिन उन्होंने कभी मुझे उनके पास नहीं सुलाया। उन्होंने कभी भी मुझे उनकी खुदकी बेटी के रूप में नहीं देखा।"

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